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- संविधान दिवस कब मनाया जाता है ?
- संविधान दिवस को मनाने की घोषणा कब की गयी थी ?
- संविधान दिवस क्यों मनाया जाता है ?
- संविधान दिवस कैसे मनाया जाता है ?
- संविधान दिवस को मनाने का क्या महत्व है ?
तो आइये आज की इस पोस्ट को शुरू करते है और 'Constitution Day' के बारे में हर छोटी और बड़ी बात पर नजर डालते है।
संविधान दिवस कब मनाया जाता है ?
जैसा की हम सभी जानते है की भारत का संविधान बनाने में संविधान सभा को 2 वर्ष 11 माह 18 दिन का समय लगा था। संविधान सभा ने 26 नवम्बर 1949 को संविधान को पूरा करके राष्ट्र को समर्पित किया था। लेकिन भारत देश में 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू किया गया था।
चूंकि भारत का संविधान 26 नवम्बर 1949 को पूरी तरह बनकर तैयार हो गया था,इस कारण सरकार द्वारा '26 नवम्बर' को प्रतिवर्ष संविधान दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है।
भारत में प्रतिवर्ष 26 नवम्बर को संविधान दिवस मनाया जाता है।
संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ॰ भीमराव आंबेडकर के 125वें जयंती वर्ष के रूप में 26 नवम्बर 2015 से संविधान दिवस हर वर्ष भारत में मनाया जाता है।
पहली बार संविधान दिवस कब मनाया गया था ?
संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉक्टर भीमराव आंबेडकर जी के 125वें जयंती वर्ष के रूप में भारत में पहली बार 26 नवम्बर,2015 को 'Constitution Day' मनाया गया था। उस दिन ही भारत की सरकार द्वारा हर वर्ष इसी विशेष तिथि को संविधान दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था।
संविधान दिवस को किन - किन अन्य नामों से जाना जाता है ?
संविधान दिवस को इंग्लिश में 'Constitution Day' कहा जाता है। संविधान दिवस को National Law Day ( राष्ट्रीय कानून दिवस ) भी कहा जाता है।
इसका अर्थ है की संविधान दिवस और राष्ट्रीय कानून दिवस एक ही है।
संविधान दिवस को क्यों मनाया जाता है ? संविधान दिवस को मनाने का क्या महत्व है ?
जैसा की हम सभी जानते है की किसी भी देश में सुचारु शासन व्यवस्था के लिये संविधान बहुत जरूरी है। "संविधान" के द्वारा ही प्रत्येक नागरिक को उसके अधिकार प्रदान किये गए है।
संविधान के महत्व का प्रसार करने के लिये,संविधान में निहित मूल्यों की जानकारी देश के हर नागरिक तक पहुँचाने के लिये यह दिवस मनाया जाता है। भारत के नागरिक अपने सविधान के बारे में जान सके,जागरूक हो सके,अपने अधिकारों के बारे में जान सके,इसके कारण यह दिवस मनाया जाता है।
भारतीय संविधान को पूर्ण करने में भीमराव रामजी आम्बेडकर का भी अभूतपूर्व योगदान रहा है। वें संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष भी थे। इस कारण 26 नवम्बर संविधान दिवस के मौके पर डॉ॰ भीमराव आंबेडकर के विचारों और अवधारणाओं का प्रसार किया जाता है।
भीमराव रामजी आम्बेडकर के संघर्षो,उनके विचारों आदि के बारे में लोगों को अधिक से अधिक जानकारी देने के लिये भी संविधान दिवस मनाया जाता है।
चूंकि संविधान में सभी कानून और नियमों का भी उल्लेख मिलता है इस कारण संविधान दिवस को राष्ट्रीय कानून दिवस के नाम से भी मनाया जाता है।
संविधान दिवस कैसे मनाया जाता है ?
संविधान दिवस भारत में हर साल नवम्बर माह की 26 तारीख को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन विद्यालयों,महाविद्यालयों,सरकारी दफ्तरों में अनके तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है।
संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में मुख्य अतिथियों,गणमान्य नागरिकों,प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा संविधान के महत्व के बारे में व भीमराव रामजी आम्बेडकर के जीवन के बारे में भाषण दिया जाता है। लोगों को भाषण के माध्यम से संविधान में निहित मूल्यों की जानकारी दी जाती है।
विद्यालयों में आयोजित कार्यक्रमों में अनेक प्रकार की सांस्कृतिक गतिविधियाँ,प्रतियोगिताएं आदि को भी शामिल किया जाता है। इस प्रकार समाज के हर वर्ग के द्वारा सम्पूर्ण सहयोग प्राप्त करके पूरे देश में बहुत ही उत्साहित रूप से संविधान दिवस मनाया जाता है।
संविधान दिवस के दिन हम सभी को यह प्रण लेना चाहिए की हम भारत के नागरिक भारतीय संविधान की अक्षरक्ष पालना करेंगे।
हम उम्मीद करते है की भारतीय संविधान दिवस ( 'Constitution Day' ) टॉपिक पर आज की यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी। हमारे प्रयासों को सराहना देने के लिये इस पोस्ट को सोशल मीडिया माध्यम से द्वारा अपने परिचितों,दोस्तों के साथ सांझा जरूर करे।
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