केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के द्वारा कक्षा 10वीं और 12वीं के घोषित परीक्षा परिणाम में छात्रों को जो रिपोर्ट कार्ड दिया जाता है उसमें छात्र के द्वारा परीक्षा में किये गये प्रदर्शन के आधार पर उसे 1 से लेकर 10 के बीच CGPA दिये जाते है। लेकिन cgpa kya hota hai, cgpa full form in hindi में क्या है, इसकी सही जानकारी बहुत कम को पता है।
- CID Full Form in Hindi (Cid Ka Full Form)
- CBSE का Full Form in Hindi में, सीबीएसई क्या है?
- ICSE Full Form in Hindi, ICSE क्या है?
इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको cgpa meaning in hindi के साथ ही cgpa ka matlab क्या होता है, इसके बारे में बहुत सरल शब्दों में समझाने वाले है। यदि आप सीजीपीए के बारे में पूरी जानकारी चाहते है तो इस पोस्ट को पूरा जरूर पढे।
Cgpa Full Form in Hindi
CGPA का Full Form “Cumulative Grade Points Average” है। Cumulative Grade Points Average को हिन्दी में 'संचयी ग्रेड अंक औसत' कहा जाता है।
विद्यालयों में विद्यार्थियों की प्रगति का मापन करने के लिये विभिन्न प्रकार की तकनीकों का इस्तेमाल होता है। भारतीय विद्यालयों में प्रमुख रूप से अंक प्रणाली और ग्रेड प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है। सीजीपीए एक ग्रेडिंग प्रणाली है।
Cgpa Meaning in Hindi (CGPA Ka Matlab)
आप अभी तक cgpa full form in hindi के बारे में तो जान चुके है। अब हम आपको what is cgpa in hindi अर्थात cgpa kya hota hai इसके बारे में बताने वाले है।
अंक प्रणाली में स्टूडेंट को एक विषय में से 0 से 100 के बीच अंक दिये जाते है और इस प्रकार सभी विषयों में से प्राप्त अंको का एक औसत निकालकर Percentage % (प्रतिशत) के रूप में परीक्षा परिणाम निकाल दिया जाता है।
लेकिन ग्रेड प्रणाली इससे बहुत अलग है। Grade System में विद्यार्थी को एक विषय में अंकों के स्थान पर ग्रेड पॉइंट दिये जाते है और सभी विषयों में प्राप्त ग्रेड पॉइंट के औसत के आधार पर उसे एक “Grade Category” देकर परीक्षा परिणाम घोषित किया जाता है।
CGPA की फुल फॉर्म Cumulative Grade Points Average है जिसे हिन्दी में 'संचयी ग्रेड अंक औसत' के रूप में जाना जाता है। सीजीपीए ग्रेडिंग प्रणाली में 6 वें अतिरिक्त विषय को छोड़कर सभी विषयों में एक छात्र द्वारा प्राप्त ग्रेड अंक का औसत निकाला जाता है।
किसी स्टूडेंट द्वारा 6वें अतिरिक्त विषय को छोड़कर बाकी बचे पाँच विषयों में प्राप्त Grade Points का औसत निकालकर CGPA निकाला जाता है।
सीबीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) भी कक्षा 10 और 12 के परीक्षा परिणाम CGPA के रूप में घोषित करता है। छात्रों को परीक्षा परिणाम के रूप में जो रिपोर्ट कार्ड दिया जाता है उसमें सीजीपीए का उल्लेख होता है।
सरल शब्दों में कहे तो 'Grading System में किसी छात्र द्वारा सभी विषयों में प्राप्त Grade Points का Average ही CGPA' होता है।
सीजीपीए का निर्धारण कैसे होता है? (How to Calculate CGPA in Hindi)
हम आपको ऊपर के पैराग्राफ में cgpa का meaning in hindi में बता चुके है। आइये अब हम आपको सीजीपीए का निर्धारण कैसे होता है, इसके बारे में बताते है।
किसी स्टूडेंट के द्वारा सभी विषयों में प्राप्त किये गये Grade Points का औसत निकालकर उसका सीजीपीए निर्धारण किया जा सकता हैं।
मान लीजिये की किसी छात्र ने पाँच विषयों में से निम्न प्रकार से Grade Points हासिल किये।
कुल Grade Points = 41
कुल Subjects की संख्या = 5
CGPA का निर्धारण = कुल ग्रेड पॉइंट्स में कुल विषयों की संख्या का भाग देने पर CGPA प्राप्त होगा।
CGPA = 41/5
CGPA = 8.2
Subject |
Grade Points |
Hindi |
8 |
Science |
9 |
Maths |
9 |
English |
6 |
Social Science |
9 |
Total |
41 |
CGPA |
41/5 = 8.2 |
सीजीपीए को प्रतिशत में कैसे बदले ? How to convert CGPA into percentage?
cgpa full form in hindi के बारे में तो ज़्यादातर लोग जानते है। लेकिन क्या आप जानते है कि, सीजीपीए को प्रतिशत में कैसे बदला जाता है। आइये इसके बारे में जानने का प्रयास करते है।
सीजीपीए को प्रतिशत में बदलने के लिये किसी स्टूडेंट द्वारा हासिल किये गये CGPA को 9.5 से गुणा कर दे।
जैसे मान लीजिये कि किसी स्टूडेंट ने 8.2 CGPA हासिल किये है तो उसके Percentage निकालने के लिये 8.2 को 9.5 से गुणा करे।
CGPA TO Percentage = CGPA×9.5
Percentage = 8.2×9.5
Percentage = 77.9 %
इस प्रकार ऊपर बताये गये फॉर्मूला का इस्तेमाल करके कोई भी स्टूडेंट अपने प्राप्त CGPA को प्रतिशत में बदल सकता हैं।
सीजीपीए प्रणाली के गुण और दोष (Merits and Demerits of CGPA System)
CGPA के गुण निम्न प्रकार है:-
- सीजीपीए से छात्र किस विषय में अच्छा है और किस विषय में कमजोर है, इसका स्वंय आंकलन कर सकता है। सीजीपीए छात्रों पर उच्च अंक प्राप्त करने के दबाव को कम करता है क्योंकि रिपोर्ट कार्ड में किसी विषय में स्टूडेंट् द्वारा प्राप्त वास्तविक अंकों का उल्लेख न करके केवल Grade Point दिये गये होते हैं।
CGPA के दोष निम्न प्रकार है:-
- सीजीपीए के द्वारा छात्रों के सही प्रदर्शन का पता नहीं चल पता है। CGPA छात्रों के सटीक प्रदर्शन को प्रदर्शित नहीं करता है।
- ग्रेडिंग प्रणाली के कारण, बच्चे कम प्रदर्शन करते हैं क्योंकि वे जानते हैं कि वे कुछ गलतियाँ करके भी लक्षित ग्रेड हासिल करेंगे।
- छात्रों का सटीक प्रदर्शन दिखाने में ग्रेडिंग सिस्टम विफल रहता है। हम केवल छात्रों की वास्तविक क्षमता के बजाय छात्रों द्वारा प्राप्त ग्रेड के बारे में जान सकते है।
- किसी विषय में छात्र की वास्तविक योग्यता कितनी है इसका ज्ञान सीजीपीए के द्वारा नहीं निकाला जा सकता है।
No comments:
Post a Comment
आपको पोस्ट कैसी लगी कमेंट बॉक्स में ज़रूर लिखे,यदि आपका कोई सवाल है तो कमेंट करे व उत्तर पाये ।