Format of Formal Letter in Hindi औपचारिक पत्र लेखन प्रारूप

सोश्ल मीडिया का युग होने के बावजूद भी सरकारी अधिकारियों तक अपनी बात पहुंचाने,शिकायत करने,प्रार्थना या आवेदन आदि करने के लिए केवल पत्रों का सहारा लिया जाता है। क्योंकि ईमेल आदि की तुलना में पत्र का प्रभाव बहुत ज्यादा होता है। आवश्यकता और स्थिति के अनुसार पत्र कई प्रकार के होते है लेकिन आमतौर पर पत्र दो प्रकार के होते है - 

  1. अनौपचारिक पत्र 
  2. औपचारिक पत्र 

अनौपचारिक पत्र को इंग्लिश में Informal Letter कहते है। Informal Letter क्या है ? अनौपचारिक पत्र कैसे लिखते है ? Informal Letter का Sample Format कैसा होता है ? आदि सवालों का जबाव हम पिछली पोस्ट में दे चुके है। यदि आप Anoupcharik Patra के बारे में पूरी जानकारी चाहते है तो नीचे दी गयी पोस्ट की लिंक पर क्लिक करके पूरी जानकारी हासिल कर सकते है। 

औपचारिक पत्र को इंग्लिश में Formal Letter कहते है। इस पोस्ट में हम Formal Letter क्या है ? औपचारिक पत्र कैसे लिखते है ? Format of formal letter in hindi कैसा होता है ? के अलावा इस टॉपिक से जुड़ी पूरी जानकारी दे रहे है। इस कारण यदि आप Aupcharik patra ( Formal Letter ) टॉपिक पर पूरी जानकारी चाहते है तो इस पोस्ट को पूरा जरूर पढे। 

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औपचारिक क्या होता हैं ? What is formal Letter in Hindi

ऐसे पत्र जो सरकारी कार्यालयों तथा अधिकारियों को अथवा व्यावसायिक कार्यों को लेकर लिखे जाते है ,उन्हे Aupcharik patra कहते हैं । औपचारिक पत्र बहुत प्रकार के होते है जैसे - 

  1. प्रार्थना पत्र 
  2. शिकायती पत्र 
  3. किसी अधिकारी को पत्र 
  4. संपादक को पत्र 
  5. पुस्तक विक्रेता को पत्र 
  6. नौकरी के लिए आवेदन पत्र 
  7. सार्वजनिक पत्र 

विद्यालय के प्रधानाचार्य को पत्र,नौकरी के लिए किसी अधिकारी या कार्यालय को आवेदन पत्र,पुलिस को शिकायती पत्र,नगरपालिका के अधिकारी को शिकायती पत्र,जलदाय विभाग को पत्र,किसी समाचार पत्र के संपादक को पत्र,बैंक अधिकारी को पत्र,किसी सरकारी विभाग को पत्र आदि पत्र फॉर्मल लेटर ( औपचारिक पत्र ) के ही उदाहरण है। 

औपचारिक पत्र प्रारूप कैसा होता हैं ? Formal Letter Format in Hindi

चूंकि औपचारिक पत्र किसी खास उद्देश्य से लिखे जाते है इस कारण Formal Letter को एक निश्चित Format में ही लिखना चाहिए। यदि आप Formal Letter को एक Clean and clear Format में लिखते है तो पत्र प्राप्तकर्ता पर इसका विशेष प्रभाव पड़ता है। 

औपचारिक पत्र को लिखने का प्रारूप कुछ इस प्रकार होता है : -

1. सबसे पहले कागज या पन्ने के बाई तरफ 'सेवा में' लिखकर जिसे पत्र भेज रहे है उसका नाम सम्बोधन शब्द के साथ लिखे। जैसे यदि प्रधानाचार्य को पत्र लिख रहे है तो सम्बोधन शब्द 'श्रीमान' के साथ नाम लिखे। 

2. जिसे पत्र भेज रहे है उसका नाम सम्बोधन शब्द के साथ लिखने के बाद उसके कार्यालय/ऑफिस का नाम और पता लिखे। 

3. प्राप्तकर्ता का नाम और पता लिखने के बाद विषय के अंतर्गत जिस बारे में पत्र लिखा गया है उसे एक वाक्य में लिखे। 

4. विषय लिखने के बाद बाई तरफ फिर से सम्बोधन शब्द जैसे - श्रीमान,मान्यवर,महोदय आदि लिखे और पत्र की शुरुवात करे। 

5. औपचारिक पत्र की विषयवस्तु साफ और स्पष्ट होनी चाहिए। पत्र की शुरुवात "सविनय निवेदन यह है कि" वाक्य से आरंभ करे। पत्र की जो विषयवस्तु है उसे तीन या चार लाइन के पैराग्राफ में लिखे। पैराग्राफ की संख्या पत्र की विषयवस्तु पर निर्भर करती है। 

6. पत्र के अंत में आपका धन्यवाद जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया जा सकता है। 

7. पत्र का अंत करने के लिये दाई तरफ अंत के शब्द जैसे भवदीय,निवेदक,प्रार्थी,विनीत आदि शब्दों का इस्तेमाल करना चाहिए। 

8. भवदीय,निवेदक,प्रार्थी,विनीत आदि शब्दों का इस्तेमाल करने के बाद जो पत्र भेज रहा है उसका नाम लिखे और नीचे उसका हस्ताक्षर और दिनांक जरूर होना चाहिए। 

Formal Letter Format in Hindi - औपचारिक पत्र लेखन से संबंधित कुछ उदाहरण - Example Of Hindi letter format

'Formal Letter Format in Hindi' कैसा होता है ? बढ़िया फॉर्मल लेटर कैसे लिखते है ? इन सवालों के जबाव जानने के लिए आप नीचे दिये गये सभी 'Examples Of formal Letter in Hindi' को देखे। हिंदी में औपचारिक पत्र के उदाहरण को देखकर आप भी एक बढ़िया फॉरमैट में फॉरमल लेटर (  Aupcharik patra ) लिखना सीख सकते है। 

इस पोस्ट में हम आपके साथ कुछ 'Sample formal Letter Format in hindi' भी शेयर कर रहे हैं,जिसके द्वारा आप और बेहतर तरीके से सीख सकते हैं कि,एक औपचारिक हिन्दी पत्र कैसे लिखा जाता हैं। 

1. खुद के अस्वस्थ होने के कारण अवकाश लेने के संबंध में विद्यालय के प्रधानाचार्य को प्रार्थना पत्र - Example Of Format Letter in Hindi 

सेवा में,

        श्रीमान प्रधानाचार्य महोदय,

        राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय,

        जोधपुर। 

       विषय - अस्वस्थ होने के कारण अवकाश के संबंध में 

महोदय, 

         सविनय निवेदन है कि मुझे कल रात से तेज बुखार हो गया है। डॉक्टर ने जांच करने के बाद मुझे दवा दी है और दो दिन का विश्राम करने की सलाह दी है। इस कारण मैं आज से दो दिन तक अपनी कक्षा में उपस्थित नहीं रह सकूँगा। 

         अत: आपसे प्रार्थना है कि मुझे दो दिन का अवकाश प्रदान करने महती कृया करे।   

दिनांक : 16 नवम्बर,2020 

                           आपका आज्ञाकारी शिष्य 

                           मुकेश कुमार 

                          कक्षा 10वीं 


2. अपने मोहल्ले में पसरी हुई गंदगी के संबंध में नगरपालिका के अधिकारी को शिकायती पत्र लिखे - Sample Format of A Formal complaint letter to the municipal officer 


सेवा में,

        श्रीमान प्रशासक महोदय,

        नगरपालिका,जयपुर

        विषय - मोहल्ले में व्याप्त गंदगी के संबंध में । 

महोदय,

          निवेदन है कि हमारे मोहल्ले विषतापूरी में गंदगी का फैलाव दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है। सफाई कर्मचारी गंदगी उठाने के बजाय इधर-उधर फैला देते है। उनके जाने के बाद आवारा कुत्ते,सूअर गंदगी के देर को और ज्यादा फैला देते है। इस कारण पूरे मोहल्ले में गंदगी का फैलाव होने के कारण दिन प्रतिदिन बदबू भी बढ़ रही है। इस संबंध में हम मोहल्लानिवासी कई बार सफाई कर्मचारियों को अवगत करवा चुके है। लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। 

सफाईकर्मचारियों की इस लापरवाही के बाद मोहल्लानिवासियों का स्वास्थ्य भी संकट में पड़ गया है। गंदगी के ढेर के कारण कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों के फैलने का डर बना हुआ है। अत: प्रार्थना है कि एक बार आप खुद हमारे मोहल्ले का निरीक्षण करे और सफाई कि समुचित व्यवस्था करवाने की कृपा करे। 


 दिनांक 16-11-2020         प्रार्थी 

                                    अमित कुमार 

                                    विषतापूरी मोहल्ला,जयपुर  


3. समाचार पत्र के संपादक को नगर में हो रहे शोरगुल की शिकायत के संबंध में पत्र लिखे - Hindi Formal Letter To Newspaper's Editor

सेवा में ,

         श्रीमान संपादक महोदय 

         अमर उजाला,

         विकासभवन मार्ग,जयपुर 

          विषय - नगर में बढ़ते ध्वनि प्रदूषण के संबंध में । 

महोदय, 

         मैं आपके समाचार पत्र के द्वारा प्रशासन का ध्यान इस ओर करना चाहता हूँ कि आजकल परीक्षा के दिनों में भी हमारे नगर में रात-दिन लाउडस्पीकर बजते रहते है। आधी रात तक विभिन्न प्रकार के धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों के नाम पर लाउडस्पीकर का इस्तेमाल दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। 

       विभिन्न प्रकार के विज्ञापनों का प्रसार-प्रचार करने वाले वाहनों से भी शोर-गुल बढ़ रहा है जिससे ध्वनि प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। बढ़ते शोरगुल के कारण विद्यार्थियों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

      हमें आशा है कि स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी इस समस्या की ओर ध्यान देकर ध्वनि-प्रदूषण करने वालों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करेंगे। 

दिनांक 16-11-2020 

                            निवेदक,

                           रामलाल कुमार 

              

4. बचत खाता बंद करने हेतु बैंक मैनेजर को प्रार्थना पत्र - Sample Format Of Hindi Aupcharik patra ( Formal Letter ) For Closing bank account 


सेवा में 

        श्रीमान बैंक प्रबन्धक,

        स्टेट बैंक ऑफ इंडिया,शाखा रामपुरा

         जोधपुर। 

          विषय :- बचत खाता बंद करवाने बाबत प्रार्थना पत्र। 

श्रीमान जी, 

           सादर निवेदन है कि मेरा इस बैंक में बचत खाता है जिसे मैं पिछले कुछ समय से उपयोग में ले रहा हूँ। लेकिन कुछ अपरिहार्य कारणों की वजह से अब मैं इस बचत खाते का उपयोग नहीं करना चाहता हूँ। मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि मेरे इस बचत खाते को बंद कर दिया जाये। मेरे बचत खाते का विवरण कुछ इस प्रकार है :-

खाताधारक का नाम :- 

खाता संख्या :- 

बैंक शाखा का नाम :- 

शाखा का आईएफएससी कोड :-

              मुझे आशा है कि आप मेरे इस अनुरोध को स्वीकार करेंगे। 

                       आपका धन्यवाद,


                        आपका शुभेच्छु,

                        आवेदनकर्ता का नाम 

                        आवेदनकर्ता के हस्ताक्षर 

                        दिनांक / तारीख 


Aupcharik patra ( Formal letter ) Hindi में लिखने के दौरान ध्यान में रखने योग्य बातें 

पत्र लिखना भी एक कला है। एक बढ़िया फॉरमैट में फॉर्मल लेटर लिखने के लिये आपको कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए जैसे - 

पत्र में सरलता होनी चाहिए। पत्र में सरल से सरल शब्दों का इस्तेमाल करता हैं। 

पत्र छोटा लिखे। पत्र को ज्यादा बड़ा न लिखे। पत्र में केवल जरूरी बातों को ही स्थान दिया जाता हैं। 

पत्र लिखने से पहले यह निर्णय करे कि आपका पत्र किस विषय पर आधारित हैं। उस विषय से जुड़े हुयी बातों को ही पत्र में लिखना चाहिए। 

पत्र लिखते समय हमेशा विनम्र रहे। अपशब्दों का इस्तेमाल न करे। 

यदि आप ऊपर बताई गयी सभी बातों को ध्यान में रखकर औपचारिक पत्र लिखेंगे तो आपका पत्र पढ़ने वाले व्यक्ति को आपका भाव आसानी से समझ में आ जायेगा। 

हम उम्मीद करते हैं कि,आज की इस पोस्ट को पढ़कर आपकों Formal Letter Format in Hindi ( औपचारिक पत्र लेखन हिन्दी प्रारूप ) से जुड़ी सभी जानकारी प्राप्त हो चुकी होगी। पोस्ट से जुड़ा कोई सवाल करने के लिये या अपने विचार हम तक पहुंचाने के लिये कमेंट जरूर करे। 

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