पाठको आज की Computer Tips की पोस्ट में आपका स्वागत है। इस पोस्ट में हम आपको Computer से Related बहुत अच्छी जानकारी देने जा रहे है। यह पोस्ट आपको Computer Memory क्या है,RAM क्या है,ROM क्या है,Cache Memory क्या है इसकी Information देगी। तो आइये आज की पोस्ट
कम्प्युटर मेमोरी क्या है ( What is Computer Memory in Hindi )
कम्प्युटर मेमोरी मानव के दिमाग के समान होती है । जिसमें कम्प्युटर की Information,Data को Store करके रखा जाता है । Computer Memory कम्प्युटर सिस्टम में एक Storage Space होती है। जिसमे Data को Store करके रखा जाता है । इसमे संग्रहीत Data को Computer System Process करता है। Processing तब की जाती है जब कम्प्युटर को किसी डाटा की ज़रूरत होती है।
मान लीजिये की आपके Computer में आपका मनपसंद गीत है । यह Song एक File के रूप में आपके कम्प्युटर में स्टोरेज डिवाइस में स्टोर रहती है। ओर जब आपको उस Song को अपने कम्प्युटर में किसी Media Player के माध्यम से सुनना है तो कम्प्युटर का Central Processing Unit ( CPU ) उस Data File को Process करता है। इस प्रकार Computer Memory काम करती है । और उसमे संग्रहीत Data की Process की जाती है ।
कम्प्युटर मेमोरी का मतलब जानने के बाद हम इसके प्रकारो के बारे में जानते है। क्योकि कम्प्युटर में Memory के बहुत से प्रकार पाये जाते है जिनका अलग अलग इस्तेमाल अलग अलग Works को करने में किया जाता है ।
तो आइये इसकी Complete Information प्राप्त करते है ।
कम्प्युटर मेमोरी के प्रकार ( Types Of Computer Memory )
- Cache Memory
- Primary Memory
- Secondary Memory
Cache Memory क्या है ( What is Cache Memory In Hindi )
Cache Memory की Speed बहुत अधिक होती है। यह एक Semi Conductor मेमोरी है । जिसे हम अर्ध चालक मेमोरी कहते है । इसकी मदद से Computer की Central Processing Unit व Primary Memory की Speed को बढ़ाया जाता है ।
इस मेमोरी में मुख्य रूप से Data ओर Program के उस भाग को रखा जाता है ,जिसका CPU बार बार उपयोग करता है। इस प्रक्रिया में कम्प्युटर का ऑपरेटिंग सिस्टम Computer Disk से Data Programs के भागो को Cache मेमोरी में ट्रान्सफर कर देता है । जिससे कम्प्युटर की गति बढ़ जाती है ।
कैश मेमोरी को अस्थायी मेमोरी कहा जाता है । यह कम्प्युटर की सबसे तेज मेमोरी है जो मदरबोर्ड में एकिक्र्त होती है जिसका सीधा उपयोग CPU व Primary Memory करते है ।
कैश मेमोरी के बेनिफ़िट :-
- यह सबसे तेज होती है ।
- इसका उपयोग अस्थायी ( Temporary ) रूप में Data को Store करने के लिए किया जाता है।
- इसमे ऐसे Program संग्रहीत होते है जिनका छोटी अवधि के लिए इस्तेमाल किया जाता है ।
कैश मेमोरी की सीमाएँ :-
- इसका स्टोरेज क्षमता सीमित होती है । जो अलग अलग कम्प्युटर सिस्टम के हिसाब से कम या ज़्यादा हो सकती है ।
- यह अधिक महंगी होती है ।
प्राइमरी मेमोरी क्या है ( What is Primary Memory in Hindi )
प्राइमरी मेमोरी में केवल उस Data व Information को Store करके रखा जाता है जिनका वर्तमान में कम्प्युटर काम करता है । मान लीजिये की आपने अपने कम्प्युटर में MS Word Application को Open किया है और उस पर आप काम कर रहे है । तो इस Application Program का जो भी Data होगा जिसको CPU Process कर रहा है वो Primary Memory में Store रहता है । लेकिन तब तक जब आप MS Word का इस्तेमाल कर रहे है जब भी आप Microsoft Word को Close कर देंगे तो यह एप्लिकेशन प्राइमरी मेमोरी का उपयोग नहीं करती है ।
यह मेमोरी मुख्य रूप से अर्ध चालक उपकरणो की बनी होती है जिसमे सिलिकॉन आधारित ट्रान्सजिस्टर से मिलकर बने हुए एकिक्र्त सर्किट ( Integrated Circuits ) होते है । इसके दो मुख्य उदाहरण इस प्रकार है ।
- RAM
- ROM
RAM क्या है ( What is RAM in Hindi )
RAM मेमोरी का पूरा नाम Random Access Memory होता है । इसे कम्प्युटर की लिखने ( Write ) व पढ़ने ( Read ) करने वाली मेमोरी भी कहा जाता है । इसमे Computer User Information को लिख भी सकता है ( MS Word का उदाहरण जो आपको ऊपर दिया गया है इसी का है ) । इसको Random Access इसलिए कहा जाता है क्योकि इसमे हम किसी भी Memory Cell को सीधा Access कर सकते है । यह RAM Volatile मेमोरी होती है । इसका मतलब है की जब तक आपके कम्प्युटर सिस्टम में विधुत ( बिजली ) का कनैक्शन रहेगा इसमें Data Store रहेगा लेकिन जेसे ही बिजली की आपूर्ति कम्प्युटर सिस्टम में होना बंद हो जाएगा इस RAM में Store Data नहीं रहेगा।
उदाहरण - आप अपने Desktop कम्प्युटर में MS Word में कोई Document Create कर रहे हो उसी समय बिजली चली जाने से ( बिजली की आपूर्ति ) बंद हो जाने से RAM में MS Word का जो Data Process हो रहा था वो Store नहीं रहता है । इसी कारण हमे फिर से Computer में MS Word को Open करना होता है ।
आपके कम्प्युटर में जितनी अधिक RAM Memory होगी आपका कम्प्युटर सिस्टम उतनी ही अधिक मात्रा में एक समय में ज़्यादा Data को Read व Write कर सकेगा । इस मेमोरी को भी हम आगे 2 भागो में बाँट सके है ।
- DRAM
- SRAM
DRAM - इसका पूरा नाम Dynamic Random Access Memory होता है , इसे ही कम्प्युटर की प्राथमिक मेमोरी का सबसे महत्वपूर्ण घटक ( Element ) माना जाता है ।
SRAM - इसे Static Random Access मेमोरी कहा जाता है । यह बार बार Refresh होती रहती है। यह DRAM की तुलना में महंगी होती है ओर इसकी गति भी DRAM से तेज होती है । इसका इस्तेमाल CPU Cache के लिए किया जाता है जबकि DRAM का प्राइमरी मेमोरी के रूप में उपयोग होता है । इसके अलावा भी RAM के कुछ Types होते है । जेसे की :-
- EDO
- SDRAM
- DDR - SDRAM
EDO - इसको Extended Data Output RAM कहते है । इसमे किसी भी मेमोरी की लोकेशन तक पहुँचा जा सकता है । यह 256 इन्फॉर्मेशन बाइट्स में स्टोर करके रखती है ।
SDRAM - इसे Synchronous Dynamic RAM कहते है । यह RAM चिप्स उसी Clock Rate का उपयोग करती है जो Central Processing Unit करती है ।
DDR - SD RAM - आज कल के कम्प्युटर में Double Data Rate SDRAM का इस्तेमाल किया जाता है क्योकि यह अधिक Data को Read व Write कर सकती है । इसका कारण यह है की यह RAM Data का Transfer दोनों किनारो पर करती है। इसके भी अलग अलग Version है - DDR 1,DDR 2 व DDR 3 Types RAM ।
रोम मेमोरी क्या है ( What is ROM Memory in Hindi )
इसे Read Only Memory कहा जाता है । यह Non Volatile मेमोरी होती है यानि की बिजली की आपूर्ति बंद हो जाने पर भी इसमे Store किया गया Data Save रहता है । यानि की यह मेमोरी पावर ऑफ होने के बाद भी Data को Store करके रखती है । इसी कारण Data इन्फॉर्मेशन के स्थायी भंडारण के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है और यह RAM की तुलना में कम महंगी होती है । इसके भी बहुत से प्रकार होते है ।
रॉम मेमोरी के प्रकार ( Types Of ROM Memory )
- PROM
- EPROM
- EEPROM ( Flash Memory )
PROM - इसका पूरा नाम Programmable Read Only Memory होता है । इसका उपयोग User Programs को Store करने के लिए करता है जिसका इस्तेमाल कम्प्युटर सिस्टम करता है । Data PROM प्रोग्रामो को इस्तेमाल करके इसमे स्टोर होता है ।
EPROM - इसे Eraseable PROM कहा जाता है । यह सस्ती होती है। इसमे भी Computer User अपना Data Information Store करके रख सकता है । यदि इसमे किसी Storage Data को Delete करना हो तो लगभग 15 मिनिट के लिए यूवी किरणों के सामने इस Memory Chip को रखना पड़ता है ।
EEPROM - इसका पूरा नाम Electrically Eraseable Programmable Read Only Memory कहा जाता है । यह भी एक स्थायी मेमोरी का प्रकार है । यह मेमोरी एक ट्रान्सजिस्टर मेमोरी का इस्तेमाल करती है । इसे Flash Memory के नाम से भी जाना जाता है । इस मेमोरी में संग्रहीत Data को विधुतीय प्रभाव से मिटाया जा सकता है । यह भी सस्ती होती है ओर इसकी क्वालिटी अच्छी होती है । इस प्रकार की मेमोरी का उपयोग Digital Camera,एमपी3 Players आदि में किया जाता है ।
Secondary Computer Memory क्या है ( What is Secondary Computer Memory )
यह मेमोरी कम्प्युटर सिस्टम की एक्सटर्नल मेमोरी कहलाती है। क्योकि इसे हम Computer System में एक्सट्रा Storage Space बढ़ाने के लिए Add करते है । इसका उदाहरण हार्डडिस्क है । यह भी एक Non Volatile Memory होती है । इसका मुख्य उपयोग Permanent Data Store करने में इस्तेमाल किया जाता है । सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट इस मेमोरी को सीधा Access करने की बजाय Input व Output प्रोसैस के द्वारा Access करती है । यानि की जब भी Computer User किसी Data को Access करना चाहता है जो Secondary Memory में संग्रहीत है तो पहले वह Data Content RAM में Load किया जाता है उसके बाद सीपीयू उसका इस्तेमाल करता है ।
Secondary मेमोरी की विशेषता -
- यह Optical व मेगनेट मेमोरी होती है ।
- इसमे Power Off होने के बाद भी Data Store रहता है ।
Harddisk - हार्डडिस्क एक Data Storage Device है जो Secondary Memory का उदाहरण है । इसमे एक या एक से अधिक डिस्क होती है जिसमे Data Store रहता है । इन डिस्क के ऊपर चुंबक का लेप लगा होता है । इसे कारण इसे मेगनेट डिस्क भी कहते है । इसमे हम बहुत सा Data Store करके रख सकते है । हार्डडिस्क अलग अलग Range के हिसाब से महंगी व सस्ती तथा Storage Space के आधार पर भिन्न भिन्न होती है । इसकी Performance Data Rate के आधार पर मापी जाती है ।
Optical Disk - सभी Optical डिस्क Circular Shaped में होती है । इनकी Storage Space भी अलग अलग प्रकार की ऑप्टिकल डिस्क में भिन्न होता है । यह भी Secondary Memory का उदाहरण है । इस मेमोरी के उदाहरण - CD,DVD, ब्लूरे डिस्क । इसके और भी बहुत से प्रकार होते है । जेसे की -
- WORM - इसका मतलब Writes Once Read Many होता है। इसे CD -R कहा जाता है । इस डिस्क मे संग्रहीत डाटा को पढ़ने के लिए लेसर का इस्तेमाल किया जाता है ।
- CD - RW - इसमे हम डाटा को बार बार लिख व पढ़ सकते है ।
इन सभी कम्प्युटर मेमोरी को मोबाइल के माध्यम से आसानी से समझा जा सकता है । जेसे की Smartphone में हमे 2GB RAM मिलती है जिससे उसकी परफॉर्मेंस बढ़ जाती है और इसमे हमे जो Internal Space मिलता है जेसे की 8जीबी तो वह इसकी ROM कहलाती है जिसमे हम अलग अलग Programs को Store व Data स्टोर करते है । जबकि जो Sd card हम Smartphone में Storage Space को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल करते है वो Secondary Memory का उदाहरण होता है ।
कम्प्युटर मेमोरी क्या है ओर इसके प्रकारो की जानकारी प्राप्त करने के बाद अब हम आपको यह जानकारी देते है की Computer Memory को कैसे मापा जाता है यानि की कैसे हमे पता लगेगा की इस Memory में इतनी Storage Space होती है । तो आइये Memory की मापन इकाई की जानकारी प्राप्त करते है ।
कम्प्युटर की मेमोरी को बिट्स में बांटा जाता है तथा कम्प्युटर बाइनरी इकाई हो ही समझता है। नीचे हम मेमोरी Unit की जानकारी दे रहे है ।
Unit Of Computer Memory :-
- 0,1 = Bit
- 8 Bit = 1 Byte
- 1024 Bytes = 1 KB ( किलो बाइट् )
- 1024 KB = 1 MB ( मेगा बाइट् )
- 1024 MB = 1 GB ( गीगा बाइट् )
- 1024 GB = 1 TB ( टेरा बाइट्स )
इस प्रकार आप Computer Memory Unit को भी समझ सकते है । मुझे पूरी उम्मीद है की आपको आज की यह Computer Memory क्या है ( RAM,ROM,Cache मेमोरी की जानकारी ) पोस्ट पसंद आयी होगी । यदि आपको यह पोस्ट पसंद आयी है तो इसे Social Media पर Share ज़रूर करे । नीचे कमेंट बॉक्स के माध्यम से Comment करके हमे इस पोस्ट से संबन्धित अपने विचार ज़रूर बताए । Thanks For Reading This Post , Goodbye ।
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