हेनरी फोर्ड का जन्म ग्रीनफील्ड टाउनशिप नामक स्थान पर 30 जुलाई 1863 को अमेरिका में हुआ था.उनके पिता एक किसान थे जो चाहते थे की उनका बेटा भी एक किसान बने.लेकिन हेनरी फोर्ड के विचार कुछ अलग थे.उनकी खेती करने में कोई रूचि नहीं थी.लेकिन उनके पिता विलियम फोर्ड और माता मैरी फोर्ड सोचते थे की उनका बेटा कुछ ना कुछ अलग करेगा.
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लेकिन हेनरी फोर्ड के जीवन में एक घटना घटी जिससे वह अन्दर तक टूट गए थे.1876 में उनकी माँ की मृत्यु ने उन्हें तबाह कर दिया.वह काफी समय तक इस घटना से उबर नहीं पाए.लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने माता-पिता के सपनो को पूरा करने में फिर से जुट गये.उन्होंने मिशिगन कार कंपनी में एक प्रशिक्षु के रूप में काम किया और मोटर्स उद्योग के बारे में बारीकी से सीखा.
काम सीखने के बाद हेनरी फोर्ड वापिस 1882 में ग्रीनफील्ड लौट आए.यहाँ पर उनको वेस्टिंगहाउस में काम मिल गया.वह वहाँ पर भाप के इंजनों का संचालन का काम करते थे और खाली क्षणों में खुद की एक मोटर मशीन के निर्माण कार्य को किया करते थे.उनकी मेहनत रंग लायी और 1896 में हेनरी फोर्ड ने अपना पहला वाहन क्वाड्रिसाइकल बनाया, जिसमें चार वायर पहिए थे.लेकिन वह रुके नहीं और उन्होंने 1898 में, एक दूसरी कार को भी निर्मित किया.हेनरी फोर्ड ने मेहनत जारी रखी और जून 1903 में दुनिया के सामने फोर्ड मोटर कंपनी का अनावरण किया.
सन 1903 - 1908 के बीच फोर्ड मोटर्स कंपनी के बहुत सी नयी कारो का निर्माण किया.हेनरी फोर्ड की मेहनत के कारण ही आज पूरी दुनिया में फोर्ड मोटर्स कंपनी अपना एक विशेष नाम बना पाने में सफल हो पाई है.हेनरी फोर्ड के जीवन के संघर्ष को देखकर हम सभी को प्रेरणा मिलती है की कैसे एक किसान का बेटा इतनी बड़ी मोटर्स कंपनी का मालिक बन गया था.आपको हेनरी फोर्ड की यह प्रेरणादायक सक्सेस स्टोरी कैसे लगी,आप कमेंट करके हमे ज़रूर बताये.
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काम सीखने के बाद हेनरी फोर्ड वापिस 1882 में ग्रीनफील्ड लौट आए.यहाँ पर उनको वेस्टिंगहाउस में काम मिल गया.वह वहाँ पर भाप के इंजनों का संचालन का काम करते थे और खाली क्षणों में खुद की एक मोटर मशीन के निर्माण कार्य को किया करते थे.उनकी मेहनत रंग लायी और 1896 में हेनरी फोर्ड ने अपना पहला वाहन क्वाड्रिसाइकल बनाया, जिसमें चार वायर पहिए थे.लेकिन वह रुके नहीं और उन्होंने 1898 में, एक दूसरी कार को भी निर्मित किया.हेनरी फोर्ड ने मेहनत जारी रखी और जून 1903 में दुनिया के सामने फोर्ड मोटर कंपनी का अनावरण किया.
सन 1903 - 1908 के बीच फोर्ड मोटर्स कंपनी के बहुत सी नयी कारो का निर्माण किया.हेनरी फोर्ड की मेहनत के कारण ही आज पूरी दुनिया में फोर्ड मोटर्स कंपनी अपना एक विशेष नाम बना पाने में सफल हो पाई है.हेनरी फोर्ड के जीवन के संघर्ष को देखकर हम सभी को प्रेरणा मिलती है की कैसे एक किसान का बेटा इतनी बड़ी मोटर्स कंपनी का मालिक बन गया था.आपको हेनरी फोर्ड की यह प्रेरणादायक सक्सेस स्टोरी कैसे लगी,आप कमेंट करके हमे ज़रूर बताये.
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